🌼 ऊँचाहार में विभाग की लापरवाही से बर्बाद हो रहा नहर का पानी, प्यासी फसलों के बजाय गंगा में समा रही किसानों की उम्मीदें
रायबरेली ब्यूरो धीरेंद्र शुक्ला की रिपोर्ट
ऊंचाहार , रायबरेली। तहसील क्षेत्र के होरैसा में नहर विभाग की घोर लापरवाही का मामला सामने आया है। पूरे चूर गांव स्थित होरैसा माईनर पर नहर की पटरी कट जाने के कारण पिछले कई दिनों से नहर का बेशकीमती पानी सिंचाई के काम आने के बजाय सीधे गंगा नदी में बह रहा है। विभागीय अधिकारियों की अनदेखी के चलते हजारों किसानों की फसलों पर संकट मंडराने लगा है।
क्षेत्र के ग्रामीणों का कहना है कि करीब एक साल के लंबे इंतजार के बाद माइनर में पानी छोड़ा गया था। उम्मीद थी कि इससे सरांयभान, खरौली और कंदरांवा जैसी ग्राम पंचायतों की प्यासी जमीन को राहत मिलेगी, लेकिन पूरे चूर गांव के पास पटरी कट गई। इसके परिणामस्वरूप पानी आगे जाने के बजाय गोकना गांव होते हुए गंगा नदी में गिर रहा है।
नहर का पानी सही दिशा में न पहुंचने के कारण लगभग 70 हजार किसानों को सिंचाई के लिए भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि नहर कटे हुए कई दिन बीत चुके हैं, लेकिन विभाग का कोई भी कर्मचारी या अधिकारी अब तक निरीक्षण करने नहीं पहुंचा। गांव के जितेंद्र यादव, बजरंगी, राजेंद्र कुमार, आशीष कुमार, राजेश कुमार, संदीप कुमार, सुरेंद्र कुमार, अरुण कुमार और योगेंद्र कुमार ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि विभाग की सुस्ती से जनता और सरकार दोनों का नुकसान हो रहा है।
इस मामले को लेकर जब एडीएम प्रशासन सिद्धार्थ से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है और संबंधित विभाग के अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई के लिए निर्देशित किया जा रहा है। अब देखना यह है कि प्रशासन के निर्देश के बाद नहर विभाग की नींद टूटती है या पानी यूँ ही बर्बाद होता रहता है।





