रायबरेली ब्यूरो धीरेंद्र शुक्ला की रिपोर्ट
ऊंचाहार (रायबरेली): तहसील क्षेत्र के परसीपुर गांव में एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जहां मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर एक युवक ने मौत को गले लगा लिया। मृतक आलोक कुमार शर्मा की बहन का रिश्ता टूटने के बाद विपक्षी पक्ष द्वारा लगातार दी जा रही धमकियों ने उसे इस आत्मघाती कदम के लिए मजबूर कर दिया। पोस्टमार्टम में फांसी की पुष्टि के बाद पुलिस अब दोषियों की तलाश में जुट गई है।
रिश्ता टूटने के बाद भी नहीं थमा प्रताड़ना का दौर
परिजनों के मुताबिक, आलोक की बहन ज्योति का रिश्ता प्रतापगढ़ के संग्रामगढ़ में तय हुआ था। आरोप है कि लड़के पक्ष ने ‘लड़की बदलने’ का झूठा आरोप लगाकर रिश्ता तोड़ दिया। मामला महिला थाने पहुंचा, जहां लेन-देन का समझौता भी हो गया। बावजूद इसके, विपक्षी परिवार फोन पर आलोक को अपमानित कर जान से मारने की धमकियां देता रहा। इसी मानसिक दबाव में आकर आलोक ने जान दे दी।
बेसहारा हुआ परिवार: गर्भवती पत्नी और तीन मासूमों का बुरा हाल
आलोक की मौत ने उसके हंसते-खेलते परिवार को उजाड़ दिया है। वह अपने पीछे 10, 5 और 3 वर्ष की तीन छोटी बेटियां और गर्भवती पत्नी सुधा को छोड़ गया है। पिता का साया उठने से बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों और ग्राम प्रधान ने प्रशासन से पीड़ित परिवार के लिए तत्काल आर्थिक सहायता की मांग की है।
कॉल डिटेल से खुलेगा राज, पुलिस की जांच तेज
कोतवाली प्रभारी अजय कुमार राय ने बताया कि मामले की तहरीर मिल चुकी है। पुलिस उन मोबाइल नंबरों की CDR (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) खंगाल रही है, जिनसे धमकियां दी जा रही थीं। पुलिस का कहना है कि आत्महत्या के लिए उकसाने वाले दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।





