रायबरेली ब्यूरो धीरेंद्र शुक्ला की रिपोर्ट
रायबरेली । एसआईआर कार्य में लगी महिला बीएलओ ने अपने एसआईआर कार्य को अपने विरोधियों के विरुद्ध हथियार बना लिया । उसने पहले अपनी बहू को पीटा फिर मामले में फंसने से बचने के लिए एसआईआर फॉर्म फाड़ने का मुकदमा दर्ज करवा दिया । पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है ।
मामला डीह थाना क्षेत्र के गांव पूरे पंडित मजरे रोखा का है । गांव की महिला विमलेश कुमारी इस समय एसआईआर कार्य में बीएलओ है। उनकी ड्यूटी पास के दूसरे गांव में लगी हुई है । दो दिन पूर्व उनके घर में उनकी बहू प्रीति तिवारी से उनका विवाद हो गया । जिसमें उनकी बहू ने फोन करके डायल 112की पुलिस को बुला लिया । जब उन्हें लगा कि मारपीट के मामले में उनके विरुद्ध कार्रवाई हो जाएगी तो उन्होंने एसआईआर कार्य को हथियार बना लिया , और यह आरोप लगाया कि उनकी बहू प्रीति ने अपने भाई को लेकर एसआईआर में नाम बढ़वाने को लेकर विवाद किया और एसआईआर फॉर्म फाड़ डाला । यहां उल्लेखनीय तथ्य ये है कि विमलेश कुमारी उस बूथ संख्या की बीएलओ ही नहीं है ,जहां प्रीति का मतदाता सूची में नाम है । यही नहीं घटना के दो दिन पूर्व ही दूसरा बीएलओ प्रीति का एसआईआर फॉर्म जमा कर चुका था , जिसकी रसीद प्रीति के पास मौजूद है । अब सवाल ये उठता है कि जब प्रीति के एसआईआर फॉर्म पूर्व में ही भरा जा चुका था तो उसके फार्म भरने को लेकर विवाद का सवाल ही नहीं उठता है । फौजी की पत्नी का कहना है कि मिथलेश उनकी चाची सास है , और अक्सर उन्हें परेशान व मारपीट करती रहती है । उन्होंने मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाई है । एसडीएम चंद्र प्रकाश गौतम ने बताया कि प्रकरण संज्ञान में है , पीड़ित प्रीति ने अपनी बात बताई है , जिसके बाद प्रभारी निरीक्षक डीह को गंभीरता से जांच करने का निर्देश दिया गया है ।





