
संस्कृति विवि के सभागार में आयोजित कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत किए गए नाटक का एक दृश्य।
मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के में मनोविज्ञान विभाग द्वारा मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर एक अनूठे कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान मानसिक स्वास्थ्य को लेकर गंभीर विचार विमर्श किया गया। इस गंभीर विषय को विद्यार्थियों ने सरल और सहज नाट्य प्रस्तुति कर सभी को जागरूक किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कैप्स के निदेशक डा. रजनीश त्यागी ने मानसिक स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने का आह्वान करते हुए कहा कि अक्सर देखा गया कि लोग मानसिक स्वास्थ्य के प्रति गंभीरता नहीं बरतते। अपनी खीज, झल्लाहट और चिड़चिढेपन को सामान्य रूप से ले लेते हैं और इस कारण उनकी असली वजह सामने नहीं आ पाती। इसका बहुत बड़ा कारण मानसिक रूप से अस्वस्थ होना भी है। हमारी मानसिक नकारात्मकता हमें अच्छा काम करने से रोक देती है और कार्यस्थल पर अक्षमता के रूप में सामने आती है। इस पर हम सबको ध्यान देना होगा और समझना होगा। उन्होंने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाना ही इस कार्यक्रम का परम उद्देश्य है। जब हम जागरूक होंगे तो हम अपनी मानसिक स्थितियों को समझ सकेंगे और स्वस्थ हो सकेंगे।
डा. मोनिका अबरोल ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य को लेकर अनेक भ्रांतियां हैं जिन्हें दूर करना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने मानसि क स्वास्थ्य के महत्व और इसके प्रति खुले संवाद की आवश्यकता पर बल दिया। कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों द्वारा तैयार किए गए विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। विद्यार्थियों ने “माता नहीं, मेंटल हेल्थ है” नाटक की भावपूर्ण प्रस्तुति की गई। नाटक के माध्यम से बताया गया कि मानसिक स्वास्थ्य की समस्या को अंधविश्वास या आत्माओं के चक्कर जैसी मान्यताओं से नहीं जोड़ना चाहिए, बल्कि इन्हें समझ और उपचार के माध्यम से ठीक किया जाना चाहिए। स्नातकोत्तर की छात्रा वर्षा द्वारा एक भावपर्णूर्ण कविता प्रस्ततु की गई, जिसमें मानसिक सघंर्षों और भावनात्मक दृढ़ता को सुंदर शब्दों में व्यक्त किया गया । अतं में प्रथम वर्ष के छात्रों ने मेंटल हेल्थ पॉडकास्ट स्किट प्रस्ततु किया। इसमें यवाओं द्वारा झेले जाने वाले विभि न्न दबावों क्षैणिक तनाव, सबंधों की जटि लताएँ, सामाजिक अपेक्षाएँ और आत्म-देखभाल के महत्व को बहुत ही प्रभावशाली ढंग से प्रस्ततु किया गया। कार्यक्रर्यम के अतं में मोक्षता और जसलीन ने समापन भाषण दिया। उन्होंने पूरे कार्यक्रर्यम की सार्थकता को संक्षेप में प्रस्ततु किया और सभी प्रतिभागियों एवं आयोजन टीम का आभार व्यक्त किया। अतं में डा. मोनिका अबरोल ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया।