 
									पंकज तिवारी ब्यूरो चीफ cni 18 news
कालाकांकर-प्रतापगढ़। कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा चयनित किसानों हेतु आयोजित 21 दिवसीय व्यावसायिक बकरी पालन प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। इस प्रशिक्षण का शुभारम्भ केन्द्र के इंचार्ज डा. नवीन कुमार सिंह ने किया।प्रशिक्षण के दौरान किसानों को बकरी पालन से जुड़ी आधुनिक वैज्ञानिक तकनीकों की जानकारी दी गई। प्रशिक्षण प्रभारी एवं पशु चिकित्सक डा. प्रसेनजीत देबनाथ ने बकरी की नस्ल सुधार, रोग प्रबंधन, टीकाकरण, आवास व्यवस्था तथा चारा प्रबंधन पर विस्तार से व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक पद्धति से बकरी पालन करने पर किसान कम लागत में अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं।शस्य वैज्ञानिक एवं केन्द्र इंचार्ज डा. नवीन कुमार सिंह ने बकरी पालन हेतु उपयुक्त हरे चारे की फसलें एवं उनकी उन्नत उत्पादन तकनीकों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि सही समय पर सही फसलों का चयन करने से बकरियों को पोषणयुक्त चारा मिल पाता है, जिससे उनकी वृद्धि एवं उत्पादन क्षमता बढ़ती है।प्रसार वैज्ञानिक डा. अवधेश कुमार सिंह ने बकरी पालन को व्यावसायिक दृष्टिकोण से अपनाने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि बकरी उत्पादों की मार्केटिंग, मूल्य संवर्धन एवं कृषि के साथ इसे जोड़ने से किसानों की आय में उल्लेखनीय वृद्धि हो सकती है। उन्होंने आय दुगुनी करने के लिए बकरी पालन को सशक्त माध्यम बताया। वहीं श्री विनोद चौरसिया ने प्रशिक्षार्थियों को बकरी फार्म का लेखा-जोखा रखने की विधि, लागत एवं लाभ का आकलन करने के तरीके समझाए। उन्होंने सफल बकरी पालक बनने के लिए उचित प्रबंधन एवं समयबद्ध देखभाल को अत्यंत आवश्यक बताया। प्रशिक्षण के दौरान किसानों को बैंकों की विभिन्न योजनाओं, ऋण सुविधाओं एवं प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने की विधि की भी जानकारी दी गई, ताकि प्रशिक्षार्थी प्रशिक्षण के बाद वित्तीय संस्थाओं से सहयोग लेकर अपना बकरी पालन व्यवसाय शुरू कर सकें।कार्यक्रम के समापन पर प्रतिभागी किसानों ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि इस प्रशिक्षण से उन्हें व्यावसायिक बकरी पालन के क्षेत्र में आगे बढ़ने की दिशा और आत्मविश्वास मिला है। किसानों ने यह भी आश्वासन दिया कि वे सीखी हुई तकनीकों को अपने-अपने गांवों में लागू कर अधिक से अधिक किसानों को प्रेरित करेंगे।समापन अवसर पर प्रतिभागियों की जानकारी पर आधारित परीक्षा भी आयोजित की गई, जिसमें सफल किसानों को प्रमाणपत्र प्रदान किए गए।







