छात्र-छात्राओं को दी बेसिक लाइफ सपोर्ट और तनाव प्रबंधन की जानकारी
मथुरा। नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशन (एनएमओ) मथुरा द्वारा के.डी. मेडिकल कॉलेज में आयोजित ब्रज प्रांत के अभ्यास वर्ग में ब्रज प्रांत अध्यक्ष डॉ. प्रशांत गुप्ता के मार्गदर्शन में 15 मेडिकल कॉलेजों के शिक्षकों और छात्र-छात्राओं को राष्ट्र निर्माण और देशभक्ति के लिए प्रेरित किया गया। अभ्यास वर्ग को चार प्रमुख भागों में विभाजित किया गया जिसमें मेडिकल छात्र-छात्राओं को बेसिक लाइफ सपोर्ट और तनाव प्रबंधन का प्रशिक्षण भी दिया गया। इस अवसर पर मेडिकल छात्र-छात्राओं ने राष्ट्र निर्माण का संकल्प लिया।
अभ्यास वर्ग का शुभारम्भ दीप प्रज्वलन और एनएमओ मंत्र के साथ हुआ। कुल सचिव केडी विश्वविद्यालय डॉ. विकास अग्रवाल ने मुख्य अतिथि संत प्रवर स्वामी अनंतवीर्य दास (अक्षय पात्र फाउंडेशन), राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य अजीत महापात्रा, केशव माधव चिकित्सालय के संचालक डॉ. संदीप बंसल, एसएन मेडिकल कॉलेज आगरा के प्राचार्य और अध्यक्ष एनएमओ ब्रज प्रांत डॉ. प्रशांत गुप्ता, प्रसिद्ध कैंसर रोग विशेषज्ञ और उपाध्यक्ष एनएमओ ब्रज प्रांत डॉ. मनीष पांडेय, सचिव एनएमओ ब्रज प्रांत डॉ. अंकुर गोयल, डॉ. पवन गुप्ता एनएमओ मार्गदर्शक मंडल, डॉ. विवेक मिश्रा प्रांत उपाध्यक्ष तथा जाने-माने मनोचिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. गौरव सिंह आदि का स्वागत किया।
अभ्यास वर्ग के प्रथम सत्र में मुख्य अतिथि अजीत महापात्रा ने छात्र-छात्राओं को आध्यात्मिक ज्ञान, मूल्य आधारित जीवनशैली और आत्मबोध से संबंधित महत्वपूर्ण संदेश दिए। उनके विचारों ने छात्र-छात्राओं को गहराई से प्रभावित किया। द्वितीय सत्र में डॉ. अंकुर गोयल ने एनएमओ के पिछले वर्षों के कार्यों, संगठन के सिद्धांतों तथा समाजसेवा में इसकी महत्त्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे चिकित्सक केवल इलाज ही नहीं बल्कि एक उत्कृष्ट मानव के रूप में भी समाज में योगदान दे सकते हैं।
तृतीय सत्र में डॉ. शिवांगी अग्रवाल, डॉ. जयेश शाकिर और डॉ. गौरव जिंदल द्वारा छात्र-छात्राओं को बेसिक लाइफ सपोर्ट (बीएलएस) पर प्रशिक्षण दिया गया। इस सत्र में छात्र-छात्राओं को न केवल सैद्धांतिक जानकारी दी गई बल्कि प्रायोगिक अनुभव भी कराया गया। चिकित्सकों ने बताया कि बेसिक लाइफ सपोर्ट (बीएलएस) केवल आपातकालीन कौशलों का एक समूह नहीं है बल्कि यह जीवनरक्षक अभ्यास है जो हमें संकट के समय आत्मविश्वास से कार्य करने के लिए सशक्त बनाता है। इस सत्र में विद्यार्थियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया और आपातकालीन स्थितियों में सही कदम उठाने की तकनीकें सीखीं।
अभ्यास वर्ग के अंतिम सत्र में जाने-माने मनोचिकित्सा रोग विशेषज्ञ डॉ. गौरव सिंह ने भारतीय प्राचीन चिकित्सा एवं आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के समन्वय पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। उन्होंने छात्र-छात्राओं से आध्यात्मिक ज्ञान के महत्व पर भी अपने अनुभव साझा किए। इस सत्र में छात्र-छात्राओं द्वारा पूछे गये सवालों से संवादात्मक वातावरण बना रहा। अंत में डॉ. मनीष पांडेय ने एनएमओ की चल रही गतिविधियों और भविष्य में होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी दी। डॉ. पांडेय के सत्र में छात्र-छात्राओं ने खुलकर अपने विचार साझा किए।
डॉ. पवन गुप्ता ने अपने प्रेरणादायक सम्बोधन में छात्र-छात्राओं को राष्ट्र निर्माण और देशभक्ति के लिए प्रेरित किया। उन्होंने नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशन द्वारा भविष्य में किए जाने वाले कार्यक्रमों एवं गतिविधियों की जानकारी देते हुए उसमें सहभागिता का आह्वान किया। समापन अवसर पर डॉ. अंकुर गोयल और डॉ. गौरव सिंह ने अभ्यास वर्ग में शामिल अतिथियों, शिक्षकों तथा छात्र-छात्राओं का धन्यवाद ज्ञापित किया।





