थायरोटोक्सीकोसिस से पीड़ित 70 वर्षीय वृद्धा का न्यूरो सर्जन ने किया सफल ऑपरेशन
मस्तिष्क में जमा था खून का थक्का, बेहोशी की हालत में पहुँची थीं केएम हॉस्पिटल
मथुरा। वृंदावन निवासी 70 इन्द्रा शर्मा को उनका पुत्र बेहोशी की हालत में केएम हॉस्पिटल लेकर पहुँचे। जहाँ सर्जरी विभाग के न्यूरो सर्जन विशेषज्ञ डा. संदीप चौहान ने तत्काल मरीज की एमआरआई जाँच कर बताया कि वृद्धा थायरोटोक्सीकोसिस बीमारी से ग्रस्त है, मस्तिष्क में बाईं ओर खून का थक्का जम गया है। खून का थक्का जमने के कारण दिमाग के एक तरफ का हिस्सा दब गया है, जिसके कारण मरीज के सीधा हाथ और पैर बेजान हो गए है और वह बेहोशी की हालत में है और अर्जेन्ट ऑपरेशन की आवश्यकता है। मरीज के पास आयुष्मान कार्ड होने के कारण उसका इलाज निःशुल्क करने की सलाह भी चिकित्सकों ने मरीज के तीमारदारों को दी गई। इसके बाद न्यूरो सर्जरी टीम के साथ न्यूरो स्पेशलिस्ट डा. संदीप चौहान ने दो छोटे चीरे व दिमाग की हड्डी में वरहोल(छेद) कर सफल सर्जरी करते हुए दिमाग में जमे खून को निकाल लिया। ऑपरेशन के अगले ही दिन मरीज पूर्ण होश में आ गई और अपने रिश्तेदारों को भी पहचानने लगीं। स्वस्थ हुई 70 इन्द्रा शर्मा ने बताया पूर्व में बंदर ने उन्हें धक्का दे दिया था जिससे वह छत से नीचे गिर गई थी। यहां आने से पूर्व चार पांच दिन पहले से मेरे हाथ पैर मूवमेंट करना बंद कर दिया और मैं बेहोश हो गई।
न्यूरो सर्जन डा. संदीप कुमार चौहान ने बताया उम्र अधिक होने के कारण सामान्य बीमारी भी गंभीर समस्या का रूप ले लेती है और मरीज 16 साल से थायरोटोक्सीकोसिस बीमारी से ग्रस्त चल रही थी, इसलिए यह ऑपरेशन जोखिम भरा था। जिसके कारण सर्जरी में काफी परेशानी हुई, 40 मिनट तक चले ऑपरेशन के बाद इन्द्रा महिला स्वस्थ है। महिला की तीसरे दिन अस्पताल से छुट्टी हो गई है, मरीज अपने पैरो से चलकर अपने गंतव्य को वापस हुई है। मरीज ने स्वस्थ होने पर केएम के चिकित्सकों की हृदय से प्रशंसा करते हुए केएमयू के कुलाधिपति का आभार जताया है। इस सफलता के लिए केएमयू के कुलाधिपति किशन चौधरी, विवि के वाइस चांसलर डा. डीडी गुप्ता, प्रो. वाइस चांसलर डा. शरद अग्रवाल, मेडीकल प्रचार्य डा. पीएन भिसे, एडीशनल मेडीकल सुप्रीडेंट डा. आरपी गुप्ता ने न्यूरो सर्जरी विभाग की टीम को बधाई दी है। मरीज की सर्जरी के दौरान डा. शरद कुमार रेड्डी, डा. सौम्या, डा. स्नेहल सिंह, डा. नवसंगीत, डा. आकाश नारा, डा. भूपेन्द्र सिंह, डा. पल्लवी त्यागी व ओटी इंचार्ज राहुल ठाकुर, शिवकुमार, गजेन्द्र शर्मा और नर्सिंग स्टाफ मौजूद रहे।
एडीशनल मेडीकल सुप्रीडेंट डा. आरपी गुप्ता ने बताया कि यह धारणा होती है कि मरीज उम्रदराज है, तो उसके ठीक होने की संभावना कम है, परंतु ऐसा नहीं होता। दिमाग में कोई भी परेशानी होती है, तो उचित समय पर इलाज से गंभीर बीमारी का भी उपचार किया जा सकता है। मस्तिष्क संबंधित समस्याओं में समय का विशेष महत्व होता है। उत्कृष्ट आईसीयू, अनुभवी चिकित्सक, ऑपरेशन तथा आईसीयू टीम का विशेष महत्व होता है। इनके चलते केएम हॉस्पिटल मरीजों को चिकित्सा सेवाएँ प्रदान कर रहा है।