संस्कृति विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने मनाया एकता दिवस

संस्कृति विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने मनाया एकता दिवस
मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के जी ब्लाक स्थित सभागार में विद्यार्थियों ने सरदार बल्लभ भाई पटेल को उनकी जयंती पर याद करते हुए एकता दिवस मनाया। इस मौके पर संस्कृति स्टूडेंट काउंसिल ने एक भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया जिसमें छात्र दुर्गेश ने प्रथम, छात्रा रानी यादव ने द्वितीय और छात्र पारस गुप्ता ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम का शुभारंभ कैप्स के निदेशक डा. रजानीश त्यागी ने सरदार बल्लभ भाई पटेल के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर किया। सभागार में मौजूद सभी शिक्षकों ने सरदार पटेल के चित्र पर पुष्प अर्पित किए। भाषण प्रतियोगिता का शुभारंभ छात्र ऋषभ दास के उद्बोधन के साथ हुआ। छात्र ऋषभ ने कहा कि एक समय हमारा देश बंटवारे की आग में जल रहा था। देश टुकड़ों में बंटा हुआ था। ऐसे समय में सरदार पटेल ने देश की रियासतों को एक सूत्र में बांधकर देश को एक सूत्र में पिरोने का काम किया। छात्रा वंशिका ने कहा कि हम युवाओं के कंधों पर देश की एकता को मजबूत बनाने की जिम्मेदारी है। देश की एकता हमारी सबसे बड़ी ताकत है। एक भारत, शेष भारत का सपना हम युवा मिलकर सच करेंगे। छात्र पारस गुप्ता ने कहा कि एकता राष्ट्र शक्ति है। इसमें युवाओं का योगदान बहुत महत्वपूर्ण है। देश एक शरीर है और युवा उसका दिल। हमारे देश में युवाओं की सबसे बड़ी संख्या है। सरदार पटेल ने कहा था कि युवा ही देश का विकास कर सकता है। इस बीच छात्र कपिल शर्मा ने अपनी गजल और कविताओं के माध्यम से विद्यार्थियों में एकता की भावना जगाई। उन्होंने कहा कि राष्ट्र हित के लिए हम युवाओं को कंधे से कंधा मिलाकर चलना है।
छात्रा रानी यादव ने अपने संबोधन में कहा कि सरदार पटेल एक स्थापित वकील थे, लेकिन जरूरत पड़ने पर उन्होंने देश हित में राजनीति में उतरने का निर्णय लिया और कई क्रांतिकारी काम किए। वो एक दूरदृष्टि वाले नेता थे जो एकता के महत्व को जानते थे। वे जानते थे कि अगर हमने चूक की तो हमारा देश टुकड़ों में बंट जाएगा। यही वजह है कि उन्होंने बिखरी हुई रियासतों के भारत से जोड़ने के लिए सारी ताकत लगा दी। छात्रा रीत गुप्ता ने कहा कि हमारा देश एकमात्र ऐसा देश है जिसमें कई सारी भाषाओं और धर्मों के लोग एक साथ मिलकर रहते हैं। विश्व में हमारे इस देश की विशेषता को बड़े कौतुहल और सम्मान के साथ देखा जाता है। हम युवाओं को भारत की इस विशेषता को बनाए रखना है। कार्यक्रम के अंत में डा. नीलम ने विद्यार्थियों के विचारों की और कार्यक्म को कुशलता के साथ संपन्न कराने के लिए विद्यार्थियों की समिति के सभी पदाधिकारियों और सदस्यों की प्रशंसा की। निर्णायक मंडल में प्लेसमेंट सेल के आनंद तिवारी और डा. नीलम ने भाषण प्रतियोगिता के विजयी प्रत्याशियों की घोषणा की। विजयी प्रतियोगियों को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन स्टूडेंट काउंसिल की उपाध्यक्ष अनामिका बेनीवाल ने किया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में स्टूडेंट काउंसिल के अध्यक्ष यश श्रीवास्तव, छवि शर्मा, आशीष, प्रांजल गुप्ता, गौरांशी गुप्ता, केशव आदि का विशेष भूमिका रही।

Related Posts

नई दिल्ली में भारत सरकार के रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ भारत के शीर्ष 13 विश्वविद्यालयों में से एक संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.एमबी चेट्टी को राष्ट्रीय उत्कृष्टता सम्मान पुरस्कार से सम्मानित करते हुए।

संस्कृति विवि को दिल्ली में मिला राष्ट्रीय उत्कृष्टता सम्मान पुरस्कारमथुरा । विजय दिवस के ऐतिहासिक पावन अवसर पर एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर, नई दिल्ली में आयोजित समारोह में वेटरंस इंडिया ने…

आपरेशन के बाद युवक की मौत, आक्रोशित ग्रामीणों ने किया उग्र प्रदर्शन*

रायबरेली ब्यूरो धीरेंद्र शुक्ला की रिपोर्ट रायबरेली। शहर कोतवाली क्षेत्र के जेल रोड पर स्थित अवध हॉस्पिटल में ऑपरेशन के बाद एक 22 वर्षीय युवक की मौत हो गई। जिसे…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *