यमुना शुद्धिकरण पर उठे सवाल हजारों करोड़ खर्च, स्थिति जस की तस

मथुरा के संतों और सामाजिक संगठनों ने बागेश्वर धाम सरकार से लगाई गुहार, कहा – अब यमुना को चाहिए संकल्प नहीं, समाधान

मथुरा।ब्रजभूमि की आत्मा कही जाने वाली यमुना मैया आज भी प्रदूषण की वेदना झेल रही हैं।श्रीकृष्ण की पटरानी स्वरूपा यमुना का प्रवाह अब नालों के रूप में सिमटता जा रहा है। यमुना शुद्धिकरण के नाम पर हजारों करोड़ रुपए खर्च होने के बाद भी मथुरा में जल की स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है।इसी गंभीर मुद्दे को लेकर परशुराम शोभायात्रा समिति, मान मंदिर सेवा संस्थान बरसाना, यमुना मुक्ति करण अभियान मथुरा तथा श्री वामन भगवान महोत्सव समिति के प्रतिनिधियों ने पूज्य बागेश्वर धाम सरकार श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी को एक प्रार्थना पत्र भेजकर तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। पत्र में कहा गया है कि दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों से निकलने वाले नालों का प्रदूषित जल सीधे मथुरा तक पहुँचता है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा हथिनी कुंड बैराज से यमुना में जल छोड़ने का आदेश होने के बावजूद हरियाणा सरकार उसका पालन नहीं कर रही है। परिणामस्वरूप मथुरा पहुँचते-पहुँचते यमुना की धारा लगभग शून्य हो चुकी है।भक्तों ने पत्र में कहा कि शुद्धिकरण कार्यों पर हुए हजारों करोड़ रुपये की जांच कराई जानी चाहिए,क्योंकि इतनी बड़ी राशि खर्च होने के बावजूद नतीजे निराशाजनक हैं। स्थानीय अधिकारी केवल औपचारिक निरीक्षण और बयानबाजी तक सीमित हैं।जनप्रतिनिधियों ने यह भी उल्लेख किया कि पूज्य धीरेंद्र शास्त्री जी द्वारा आरंभ की गई सनातन पदयात्रा में यमुना शुद्धिकरण का मुद्दा राष्ट्रीय स्तर पर उठाया गया है। उनकी प्रेरणा से मथुरा की जनता में फिर एक नई आशा जागी है। यमुना भक्तों का कहना है कि यदि आवश्यकता पड़ी तो वे यमुना अविरल धारा आंदोलन को पुनः प्रारंभ करेंगे।
परशुराम शोभायात्रा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित रामगोपाल शर्मा ने कहा यमुना मैया की स्थिति देखकर हृदय व्यथित है। जब तक यमुना शुद्ध नहीं होगी, ब्रज की आस्था अधूरी रहेगी। अखिल भारत हिन्दू महासभा के उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष संजय हरियाणा ने कहा यमुना केवल नदी नहीं, हमारी संस्कृति की जीवन रेखा है। पूज्य धीरेंद्र शास्त्री जी के नेतृत्व में यह कार्य अवश्य सफल होगा। मान मंदिर सेवा संस्थान बरसाना के ब्रजदास उर्फ सुनील सिंह सचिन,श्री वामन भगवान महोत्सव समिति के संस्थापक श्याम शर्मा और यमुना मुक्ति करण अभियान के जिला अध्यक्ष पंडित पंकज चतुर्वेदी ने भी यमुना को अविरल और निर्मल बनाने के लिए एकजुट आंदोलन की घोषणा की है।संतों ने एक स्वर में कहा कि यमुना मैया केवल मथुरा की नहीं, सम्पूर्ण भारत की माँ हैं। जब तक उनका जल निर्मल नहीं होगा, तब तक सनातन की धारा अधूरी रहेगी।
इस अवसर पर अर्जुन पंडित गौरव कांत शर्मा अनीता हरियाणा देवेंद्र शर्मा ऊषा सोलंकी एड. केके शर्मा आशीष शर्मा कुलदीप शर्मा अजय शर्मा हरिशंकर गोला आदि मौजूद थे

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