संस्कृति विश्वविद्यालय में कैंपस प्लेसमेंट के दौरान “साटा विकास समूह” कंपनी द्वारा चयनित विद्यार्थी। साथ में संस्कृति प्लेसमेंट सेल और कंपनी के अधिकारीगण।
मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिप्लोमा के 30 विद्यार्थियों को मशीनिंग उत्पाद डिजाइनिंग के क्षेत्र में विश्वविख्यात कंपनी साटा विकास समूह ने कैंपस प्लेसमेंट के दौरान अपने यहां नौकरी के लिए चयनित किया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस चयन पर हर्ष व्यक्त करते हुए विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य की बधाई दी है।
कंपनी से आए एचआर विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उभरते भारतीय और एशियाई ऑटोमोटिव बाजारों पर कब्जा करने की दृष्टि से 2007 में स्थापित, साटा (SATA) विकास, विकास समूह और इटली के साटा स्पा (जिसे पहले मार्टिनेली कहा जाता था) के बीच एक संयुक्त उद्यम है, जो सटीक मशीनिंग के विशिष्ट परिदृश्य में एक प्रमुख वैश्विक खिलाड़ी है। मोटर वाहन. फिक्स्चर, सटीक मशीनिंग और उच्च तकनीक और उच्च गुणवत्ता वाले घटकों की एक विस्तृत श्रृंखला के संयोजन को डिजाइन करने में इसकी क्षमताएं मुख्य रूप से यात्री कार, उपयोगिता वाहन में ओईएम के लिए इंजन, ट्रांसमिशन और कंप्रेसर घटकों में तब्दील हो जाती हैं। संस्कृति प्लेसमेंट सेल के अधिकारी आनंद कुमार तिवारी ने बताया कि कंपनी द्वारा संस्कृति विवि मैकेनिकल डिप्लोमा के छात्र दीपक शर्मा, मो. महफूज, योगेश वार्ष्णेय, गौतम सिंह, रोहित, भगत सिंह, मनोज सिंह, राधा वल्लभ, विवेक कुमार यादव, दिनेश, राजेश कुमार, देवेश, मोनू, विष्णु, भूपेंद्र, प्रशांत गोला, हरेश कुमार, आकाश कुमार, जितेंद्र कुमार कदम, सौरव, त्रिलोक, अभय राजपूत, सुनील, आकाश कुमार, राधेश्याम, जीतू, रूपेश, हरिकिशन, संदीप, नरेश को नौकरी दी गई है। विद्यार्थियों के इस चयन पर हर्ष व्यक्त करते हुए विवि की सीईओ डी.मीनाक्षी शर्मा और कुलपति प्रो.एमबी चेट्टी ने बधाई दी है। साथ ही उनको कंपनी के साथ मन लगाकर काम करने और विवि का नाम रौशन करने की नसीहत भी दी।