मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ़ एजुकेशन विभाग द्वारा आरपीएल इंटरनेशनल स्कूल, छाता में विश्व एड्स दिवस को लेकर जागरूकता अभियान चलाया। इस अभियान के तहत छात्रों और समाज के लोगों को एचआईवी और एड्स के प्रति फैली भ्रांतियों के प्रति जागरूक किया गया और गलतफहमियां दूर की गईं। अभियान के दौरान संक्रमित लोगों के प्रति हमदर्दी और आत्मविश्वास बढ़ाने का संदेश दिया गया।
स्कूल ऑफ़ एजुकेशन के डीन डॉ. रैनू गुप्ता के निर्देशन में आयोजित कार्यक्रम स्कूल ऑफ़ एजुकेशन के असिस्टेंट प्रोफेसर देवांशु सिंह और डॉ. मृत्युंजय मिश्रा ने विद्यार्थियों और लोगों को जानकारी परक संबोधन दिये। उन्होंने एचआईवी, एड्स को जानने, इसको फैलने से रोकने और बचाव के तरीकों की विस्तार से जानकारी दी। साथ ही लोगों को इस बीमारी से जूझ रहे लोगों के लिए एक प्रति सहयोगी माहौल की ज़रूरत के महत्व पर ज़ोर दिया। इस कार्यक्रम में बीए बीएड, बीएससी बीएड और बीएड के विद्यार्थियों ने पूरी जिम्मेदारी के साथ भागीदारी की। इन विद्यार्थियों में रिया, प्रिया, संजना, नंदनी, अतुल, प्रियांशु, प्रवीण, ऋषिता, मुस्कान, राधा, खुशबू, पूजा और हेमंत आदि शामिल रहे। विद्यार्थियों ने इस महत्वपूर्ण अभियान में पूरी सक्रियता से भाग लिया। स्वयं सीखा और जागरूकता बढ़ाने में विशेष सहयोग दिया।
आरपीएल इंटरनेशनल स्कूल छाता के प्रिंसिपल अजय दीक्षित ने जागरूकता फैलाने और स्वास्थवर्धक आदतों को बढ़ावा देने में शिक्षा की भूमिका पर ज़ोर दिया। इस अभियान में “कम्युनिटीज़ लीड करें” थीम पर ज़ोर दिया गया, जो स्टिग्मा से लड़ने और इनक्लूसिविटी को बढ़ावा देने के लिए मिलकर कोशिश करने को बढ़ावा देता है। विद्यालय के प्राचार्य अजयदीक्षित ने संस्कृति यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ़ एजुकेशन के द्वारा किए गए इस जागरूकता कार्यक्रम जानकारी देने वाला और सहयोगी समाज के निर्माण में प्रमुख भूमिका निबाहने वाला कार्यक्रम बताकर प्रशंसा की।





