“महिला पर आरोप-रुपये व मकान हड़पने के लिए दिवंगत की पत्नी बनकर नगर पंचायत से करवाया फर्जीवाड़ा”
“फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र घोटाले से नगर पंचायत की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल, प्रशासन ने जांच शुरू की”
जिला संवाददाता अजय राज
अजीतमल,औरैया। नगर पंचायत बाबरपुर-अजीतमल में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। यहां एक महिला ने जीवित व्यक्ति को मृत दिखाकर उसका मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया। यह प्रमाण पत्र उस व्यक्ति की वास्तविक मृत्यु से नौ महीने पहले जारी किया गया था। अब मामला सामने आने पर नगर पंचायत और प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है।
मिली जानकारी के अनुसार बाबरपुर कस्बे के मुहल्ला शिवाजी नगर निवासी लक्ष्मण (63 वर्ष) अविवाहित थे। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उनके खाते में 50 हजार रुपये आए थे, जिन्हें उन्होंने निकाल लिया था। कुछ समय बाद बीमारी के चलते उनका इलाज सैफई स्थित रूरल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च (रिम्स) में चला, जहां 4 अक्टूबर 2019 को उनकी मौत हुई। इसी बीच, इटावा जनपद के ग्राम धौरखा निवासी अनीता देवी नामक महिला, जिसने पहले अपने पति सतीश कुमार की संपत्ति अपने नाम कराई थी, लक्ष्मण के घर में रहने लगी। महिला ने खुद को लक्ष्मण की पत्नी बताकर नगर पंचायत से 29 मई 2024 को फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया, जिसमें लक्ष्मण की मौत 4 जनवरी 2019 को घर पर स्वाभाविक बताई गई। आरोप है कि महिला ने यह फर्जी प्रमाण पत्र प्रधानमंत्री आवास योजना के शेष दो लाख रुपये और लक्ष्मण की जमीन व मकान अपने नाम कराने के उद्देश्य से बनवाया। यही नहीं, उसने नगर पंचायत के वार्ड शिवाजी नगर की मतदाता सूची में भी अपना नाम दर्ज करा लिया और पति का नाम श्रीकृष्ण लिखवाया। सभासद हिमांशु चौहान ने कहा कि नगर पंचायत कर्मचारियों की मिलीभगत से यह घोटाला हुआ है। उन्होंने मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी, एसडीएम, ईओ व चेयरमैन को पत्र देकर जांच की मांग की है।
एसडीएम निखिल राजपूत ने बताया कि मामला गंभीर है, नायब तहसीलदार को जांच के आदेश दिए गए हैं। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। नगर पंचायत चेयरमैन आशा चक ने भी जांच कर जिम्मेदारों पर कार्रवाई की बात कही है। दिवंगत के भाई माता प्रसाद और भतीजे गजेंद्र सिंह ने स्पष्ट किया कि लक्ष्मण की कभी शादी नहीं हुई थी और महिला सिर्फ रुपये व संपत्ति हड़पने की नीयत से यह षड्यंत्र कर रही हैं।
“महिला पर आरोप-रुपये व मकान हड़पने के लिए दिवंगत की पत्नी बनकर नगर पंचायत से करवाया फर्जीवाड़ा”
“फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र घोटाले से नगर पंचायत की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल, प्रशासन ने जांच शुरू की”
जिला संवाददाता अजय राज
अजीतमल,औरैया। नगर पंचायत बाबरपुर-अजीतमल में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। यहां एक महिला ने जीवित व्यक्ति को मृत दिखाकर उसका मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया। यह प्रमाण पत्र उस व्यक्ति की वास्तविक मृत्यु से नौ महीने पहले जारी किया गया था। अब मामला सामने आने पर नगर पंचायत और प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है।
मिली जानकारी के अनुसार बाबरपुर कस्बे के मुहल्ला शिवाजी नगर निवासी लक्ष्मण (63 वर्ष) अविवाहित थे। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उनके खाते में 50 हजार रुपये आए थे, जिन्हें उन्होंने निकाल लिया था। कुछ समय बाद बीमारी के चलते उनका इलाज सैफई स्थित रूरल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च (रिम्स) में चला, जहां 4 अक्टूबर 2019 को उनकी मौत हुई। इसी बीच, इटावा जनपद के ग्राम धौरखा निवासी अनीता देवी नामक महिला, जिसने पहले अपने पति सतीश कुमार की संपत्ति अपने नाम कराई थी, लक्ष्मण के घर में रहने लगी। महिला ने खुद को लक्ष्मण की पत्नी बताकर नगर पंचायत से 29 मई 2024 को फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया, जिसमें लक्ष्मण की मौत 4 जनवरी 2019 को घर पर स्वाभाविक बताई गई। आरोप है कि महिला ने यह फर्जी प्रमाण पत्र प्रधानमंत्री आवास योजना के शेष दो लाख रुपये और लक्ष्मण की जमीन व मकान अपने नाम कराने के उद्देश्य से बनवाया। यही नहीं, उसने नगर पंचायत के वार्ड शिवाजी नगर की मतदाता सूची में भी अपना नाम दर्ज करा लिया और पति का नाम श्रीकृष्ण लिखवाया। सभासद हिमांशु चौहान ने कहा कि नगर पंचायत कर्मचारियों की मिलीभगत से यह घोटाला हुआ है। उन्होंने मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी, एसडीएम, ईओ व चेयरमैन को पत्र देकर जांच की मांग की है।
एसडीएम निखिल राजपूत ने बताया कि मामला गंभीर है, नायब तहसीलदार को जांच के आदेश दिए गए हैं। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। नगर पंचायत चेयरमैन आशा चक ने भी जांच कर जिम्मेदारों पर कार्रवाई की बात कही है। दिवंगत के भाई माता प्रसाद और भतीजे गजेंद्र सिंह ने स्पष्ट किया कि लक्ष्मण की कभी शादी नहीं हुई थी और महिला सिर्फ रुपये व संपत्ति हड़पने की नीयत से यह षड्यंत्र कर रही हैं।






