रायबरेली ब्यूरो धीरेंद्र शुक्ला की रिपोर्ट
रायबरेली। उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में पुलिस अधीक्षक यशवीर सिंह ने अवैध वसूली और दलाली के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाते हुए एक और बड़ा और कड़ा चाबुक चलाया है। जिले के पुलिस महकमे में अपनी रसूखदारी के लिए मशहूर होमगार्ड विश्व प्रताप सिंह उर्फ बीपी सिंह को रायबरेली पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा (judicial custody) में भेज दिया है। एसपी की इस कार्रवाई को पुलिस महकमे में भ्रष्टाचार और अवैध गतिविधियों को बर्दाश्त न करने का एक स्पष्ट संदेश माना जा रहा है। बीपी सिंह पर आरोप है ,कि वह लंबे समय से जिले के सलोन थाने से जुड़ा हुआ था और वहां रहकर अवैध दलाली और उगाही का काम करता था। वह लोगों को पुलिस कार्रवाई का डर दिखाकर अवैध वसूली में लिप्त था। उसका प्रभाव इतना अधिक था कि वह कई मामलों में बिचौलिए की भूमिका निभाता था और पैसे लेकर गैर-कानूनी तरीके से काम कराने की कोशिश करता था। उसकी इन हरकतों से आम जनता में पुलिस की छवि खराब हो रही थी।
होमगार्ड बीपी सिंह की गिरफ्तारी के बाद उसे बचाने के लिए कई रसूखदार व्यक्तियों ने अपनी पूरी ताकत लगा दी और पुलिस पर दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन रायबरेली एसपी के कड़े रुख के सामने उनकी सभी कोशिशें पूरी तरह फेल हो गईं। पुलिस ने कानून के तहत कार्रवाई करते हुए होमगार्ड को गिरफ्तार किया और उसे जेल भेज दिया।
रायबरेली एसपी के इस बड़ा कारनामा ने न केवल एक भ्रष्ट होमगार्ड को उसकी करतूतों का सबक सिखाया है, बल्कि पुलिस की वर्दी की आड़ में दलाली और अवैध वसूली करने वाले अन्य कर्मियों को भी कड़ा संदेश दिया है। यह कार्रवाई दर्शाती है कि जिले में किसी भी स्तर पर अवैध गतिविधियां अब स्वीकार्य नहीं होंगी और यह कदम आम जनता के बीच पुलिस की छवि सुधारने में महत्वपूर्ण साबित होगा।





