
भागवत प्रवक्ता ने सनातन धर्म की रक्षा के संकल्प का किया आह्वान
शिवशंकर शर्मा
वृंदावन। भागवत प्रवक्ता मोहिनी कृष्ण दासी ने कहा है कि कश्मीर घाटी में निर्दोष हिंदुओं पर हुए अमानवीय हमले ने सम्पूर्ण राष्ट्र के हृदय को झकझोर कर रख दिया है। ऐसे में हम सभी को सनातन धर्म की रक्षा हेतु एकजुट होना पड़ेगा।
विदुषी मोहिनी कृष्ण दासी जी ने कहा –”कश्मीर में जिन हिंदू भाइयों-बहनों को चुन-चुनकर निशाना बनाया गया, उन दिवंगत पुण्यात्माओं को मैं श्रद्धापूर्वक नमन करती हूँ और उनकी आत्मा की शांति हेतु प्रभु श्रीहरि से प्रार्थना करती हूँ।
आतंकवाद मानवता के विरुद्ध सबसे बड़ा अपराध है और इसे किसी भी स्तर पर स्वीकार नहीं किया जा सकता।” समय की पुकार है कि सम्पूर्ण हिन्दू समाज जाति, भाषा, प्रदेश और वर्ग के भेदभाव से ऊपर उठकर ‘सनातन धर्म’ की रक्षा हेतु एकजुट हो। जब तक हम एक सूत्र में संगठित नहीं होंगे, तब तक इस तरह के हमलों का सामना करना कठिन होगा। हम सभी को ‘एक धर्म, एक संस्कृति, एक ध्येय’ के संकल्प के साथ आगे बढ़ना होगा।”
भागवत प्रवक्ता ने भारत सरकार से अपील करते हुए कहा –”भारत सरकार आतंकवाद की कमर तोड़े और इस दानवी प्रवृत्ति को जड़ से समाप्त करे। अब समय आ गया है कि पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद का करारा और निर्णायक उत्तर दिया जाए, ताकि भविष्य में कोई भी भारत की भूमि पर आतंक फैलाने का दुस्साहस न कर सके।”
“सनातन धर्म न केवल भारत की आत्मा है, अपितु सम्पूर्ण विश्व के कल्याण का आधार है। इसकी रक्षा करना प्रत्येक सनातनी का प्रथम कर्तव्य है। आइए, हम सब मिलकर भगवान श्रीकृष्ण के उपदेश ‘धर्म संस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे युगे’ को स्मरण करते हुए, धर्म की रक्षा और असत्य पर सत्य की विजय का संकल्प लें।”