जिला ब्यूरो चीफ अनिल अवस्थी
आज गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर क्षेत्र में धार्मिक उल्लास और भक्ति का विशेष माहौल देखने को मिला। माता एवं बहनों ने मिलकर परंपरागत विधि-विधान से तुलसी जी का विवाह भगवान शालिग्राम (श्री विष्णु रूप) के साथ बड़े ही हर्षोल्लास और भक्ति भाव से संपन्न किया। पूरे कार्यक्रम में भक्ति गीतों, भजन-कीर्तन और मंगल ध्वनियों से वातावरण भक्तिमय बना रहा।
सुबह से ही महिलाओं ने घर-आंगन की सजावट, मंगल कलश और दीप प्रज्वलन कर तुलसी विवाह की तैयारियां शुरू कर दी थीं। मण्डप को फूलों और रोशनी से सजाया गया। पूजा-अर्चना के दौरान माता-बहनों ने तुलसी जी का श्रृंगार किया और पारंपरिक रीति से विवाह की रस्में पूरी कीं।
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित महिलाओं ने देश में सुख-समृद्धि, शांति और खुशहाली की कामना करते हुए राधा रानी और भगवान श्रीकृष्ण से आशीर्वाद मांगा। भजन कीर्तन और आरती के पश्चात सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया।
इस अवसर पर स्थानीय महिलाएं पारंपरिक वस्त्रों में सज-धजकर शामिल हुईं और एकता व भक्ति का सुंदर संदेश दिया। पूरे आयोजन में धार्मिक आस्था और भारतीय संस्कृति की झलक स्पष्ट रूप से दिखाई दी।
उक्त जानकारी स्थानीय महिलाओं ने सामूहिक रूप से दी और सभी ने एक स्वर में देश की उन्नति और समृद्धि की प्रार्थना की।





