रायबरेली ब्यूरो धीरेंद्र शुक्ला की रिपोर्ट
सोमवार दोपहर को दर्जनों महिलाओं ने ऊँचाहार कोतवाली में विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने एक दलित महिला के साथ हुई धोखाधड़ी और रंगदारी के मामले में एफआईआर दर्ज कर प्रभावी कार्रवाई की मांग की।
शिकायत के अनुसार, ऊँचाहार थाना क्षेत्र के इटौरा बुजुर्ग निवासी कुसुम कुमारी पासी के साथ तीन लोगों ने धोखाधड़ी की है। आरोप है कि अरखा निवासी दो लोगों ने मकान खाली कराने के नाम पर कुसुम कुमारी के खाते से चेक के माध्यम से 3 लाख 10 हजार रुपये की रंगदारी वसूली।
पीड़िता का आरोप है कि ऊँचाहार थाना प्रभारी ने इस मामले में एक महीने से एफआईआर दर्ज नहीं की है और न ही कोई कार्रवाई की है। जबकि धोखाधड़ी के ऑडियो-वीडियो प्रमाण और खाते से खाते में भुगतान किए गए चेक के प्रमाण थाना प्रभारी को सौंपे जा चुके हैं।
महिलाओं ने यह भी आरोप लगाया कि एक माह पूर्व पुलिस अधीक्षक द्वारा एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करने का आदेश दिए जाने के बावजूद, थाना प्रभारी अजय राय ने कोई कदम नहीं उठाया। उनका कहना है कि यह अवैध वसूली करने वाले प्रभावशाली स्थानीय दबंग माफिया के राजनीतिक प्रभाव और थाना प्रभारी के सगे भाई (जो कोतवाली रसड़ा, बलिया के थाना प्रभारी हैं) की व्यक्तिगत मित्रता के कारण हुआ।
प्रदर्शनकारी महिलाओं ने मांग की है कि दलित महिला के उत्पीड़न के आरोपियों के खिलाफ तत्काल नियमानुसार एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कार्रवाई नहीं हुई, तो वे जिला मुख्यालय, प्रदेश मुख्यालय और मुख्यमंत्री के समक्ष धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगी।
इस संबंध में आरोपी पक्ष का कहना है कि उनकी बढ़ती छवि को धूमिल करने के लिए उन पर फर्जी आरोप लगाए जा रहे हैं।





