मनोज कुमार शर्मा
समाज को बाँटने की मानसिकता, वैमनस्यता फैलाने की प्रवृत्ति औरब्राह्मण समाज की बेटियों के प्रति अपमानजनक टिप्पणी —यह न केवल सामाजिक विष है, बल्कि नारी गरिमा पर सीधा हमला है!यह सनातन भूमि है —जहाँ नारी को देवी माना जाता है,
जहाँ सम्मान ही संस्कृति है,
और बेटियों पर अपशब्द — कभी स्वीकार्य नहीं!यदि उच्च प्रशासनिक पद पर बैठा व्यक्ति ही अपनी सोच की संकीर्णता से बाहर न आए,तो भारत विश्वगुरु का स्वप्न कैसे देखेगा?विकसित भारत का लक्ष्य कैसे पूरा होगा? बेटियों की गरिमा पर चोट समाज को जातिगत खाई में धकेलने का प्रयास और सनातन आदर्शों को बदनाम करने का दुस्साहस यह सिर्फ गलत नहीं —
सनातन संस्कृति पर खुला प्रहार है!सनातन धर्म हमें देता है।समरसता,सद्भाव,सम्मान और यह कभी नहीं सिखाता कि समाज में जहर घोलो!इसलिए मैं IAS संतोष वर्मा के भड़काऊ व अमर्यादित वक्तव्य का तीव्रतम विरोध दर्ज करता हूँ और माँग करता हूँ कि — ऐसे बयान पर तत्काल कठोर कार्यवाही हो!भारत की बेटियों की गरिमा की रक्षा में कानून दृढ़ता से खड़ा हो! सनातन संस्कृति अमर रहे।नारी सम्मान सर्वोपरि रहे! जय सनातन | जय हिन्द





