रायबरेली ब्यूरो धीरेंद्र शुक्ला की रिपोर्ट
रायबरेली के ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र के परसीपुर गांव में एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जहाँ 37 वर्षीय आलोक कुमार शर्मा ने मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर घर के अंदर टीनशेड में फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। मृतक अपने पीछे तीन मासूम बच्चों और गर्भवती पत्नी को छोड़ गया है।
परिजनों और ग्रामीणों के अनुसार, आलोक की बहन का विवाह एक माह पूर्व प्रतापगढ़ जिले के संग्रामगढ़ में तय हुआ था। किन्हीं कारणों से यह रिश्ता टूट गया, जिसके बाद लेन-देन को लेकर विवाद शुरू हो गया। आरोप है कि होने वाले ससुरालीजन आलोक को लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे। इसी प्रताड़ना और सामाजिक लोक-लाज से आहत होकर आलोक ने आधी रात को घर के अंदर फांसी लगा ली।
जब तक परिजनों को इसकी भनक लगी, आलोक की स्थिति गंभीर हो चुकी थी। आनन-फानन में उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) ले जाया गया, जहाँ चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
आलोक की मृत्यु से परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। वह अपने पीछे दो बेटियां और एक बेटा छोड़ गए हैं, जिनमें बड़ी बेटी की उम्र मात्र 10 वर्ष है। अत्यंत दुखद पहलू यह है कि मृतक की पत्नी वर्तमान में गर्भवती है और चौथे बच्चे को जन्म देने वाली है। पिता के इस आत्मघाती कदम से मासूम बच्चों के सिर से साया उठ गया है। मंगलार की दोपहर जानकारी देते हुए ग्राम प्रधान संजय कुमार ने घटना की सूचना पुलिस को दी। कोतवाल अजय कुमार राय ने बताया:
“परिजनों की तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने और तथ्यों की जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”





