रायबरेली ब्यूरो धीरेंद्र शुक्ला की रिपोर्ट
ऊंचाहार: एसडीएम के आदेश पर बभनपुर पहुँची राजस्व टीम, पैमाइश में ‘बंजर’ निकली विवादित भूमि
ऊंचाहार, रायबरेली। तहसील क्षेत्र के ग्राम बभनपुर में एक महिला की भूमि पर अवैध कब्जे के प्रयास का मामला अब नया मोड़ ले चुका है। उपजिलाधिकारी (SDM) के निर्देश पर पहुँची राजस्व टीम की प्रारंभिक पैमाइश में विवादित स्थल ‘बंजर भूमि’ के रूप में चिन्हित किया गया है। वहीं, स्थानीय पुलिस की भूमिका को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।
प्रार्थिनी सुषमा पत्नी राजेन्द्र कुमार गुप्ता का दावा है कि उन्होंने 11 अगस्त 1996 को गाटा संख्या 361मि/0.126 हे० में से 25 X 50 वर्ग फुट जमीन का बैनामा कराया था और तब से वह वहां काबिज हैं। हालांकि, एसडीएम के आदेश पर जब राजस्व निरीक्षक चन्द्र प्रकाश दीक्षित और हल्का लेखपाल पंकज वर्मा ने मौके की पैमाइश की, तो चौंकाने वाला तथ्य सामने आया कि उक्त जमीन सरकारी अभिलेखों में बंजर भूमि दर्ज है।
विपक्षी के निर्माण पर लगी रोक
राजस्व टीम ने मौके की स्थिति को देखते हुए विपक्षी मधु (पत्नी कमलेश कुमार) द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्य को तत्काल प्रभाव से रोक दिया है। राजस्व निरीक्षक चन्द्र प्रकाश दीक्षित ने स्पष्ट किया है कि बंजर भूमि पर किसी भी प्रकार का निजी निर्माण अवैध है। टीम ने आगामी दो दिनों के भीतर पूरी भूमि की विस्तृत पैमाइश कर अंतिम रिपोर्ट देने की बात कही है।
इस पूरे प्रकरण में स्थानीय चौकी इंचार्ज की कार्यशैली चर्चा का विषय बनी हुई है। आरोप है कि एसडीएम के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद चौकी इंचार्ज ने राजस्व टीम को सुरक्षा के लिए पुलिस बल उपलब्ध नहीं कराया। ग्रामीणों और पीड़िता के पक्ष का आरोप है कि चौकी इंचार्ज विपक्षी से कथित ‘सांठगांठ’ कर उन्हें निर्माण के लिए शह दे रहे हैं। पुलिस की इसी ढिलाई के कारण पैमाइश की प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न होने की आशंका बनी रही।
फिलहाल राजस्व टीम की सक्रियता से अवैध निर्माण पर रोक तो लग गई है, लेकिन पीड़िता सुषमा का कहना है कि पुलिस का सहयोग न मिलना प्रशासन की निष्पक्षता पर सवाल खड़ा करता है। अब सभी की निगाहें दो दिन बाद होने वाली अंतिम पैमाइश और उच्च अधिकारियों के निर्णय पर टिकी हैं।





