रायबरेली ब्यूरो धीरेंद्र शुक्ला की रिपोर्ट
रायबरेली के ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र में एक महिला ने वन रक्षक और अन्य लोगों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। महिला का कहना है कि नीम का पेड़ काटने से रोकने पर उसके साथ अभद्रता की गई और जबरन गाड़ी में बैठाने का प्रयास किया गया। पीड़िता ने इस संबंध में कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई है।
यह घटना मंगलवार शाम करीब 5 बजे ऊंचाहार के पूरे बाबा मजरे इटौरा बुजुर्ग गांव में हुई। प्रार्थिनी कौशल्या के घर के दरवाजे पर लगभग 50 साल पुराना हरा नीम का पेड़ है, जिसे गांव के दो विपक्षी जबरदस्ती कटवाना चाहते हैं। मंगलवार को दो व्यक्ति, जिनमें से एक पुलिस की वर्दी में और दूसरा सिविल ड्रेस में था, कौशल्या के घर आए और पेड़ को नापने लगे।
कौशल्या ने उन्हें ऐसा करने से मना किया और घटना का वीडियो बनाने लगी। आरोप है कि वर्दी पहने व्यक्ति ने गाड़ी (संख्या यूपी 33 सीएच 4606) से उतरकर उसका मोबाइल छीनने का प्रयास किया। जब कौशल्या अपने घर के अंदर भागी, तो आरोपी ने कथित तौर पर उसका पीछा किया, अभद्रता की और धमकी दी कि वे पुलिस वाले हैं और उसे गाड़ी में बैठना होगा।
कौशल्या ने बताया कि आरोपी ने उसे जबरदस्ती खींचकर गाड़ी में बैठाने की कोशिश की, लेकिन उसने धक्का देकर खुद को छुड़ा लिया और घर के अंदर चली गई। इसके बाद आरोपी ने धमकी दी कि “अबकी बार तो बच गई, अब दोबारा आएंगे तो नहीं बचोगी” और 10 लाख रुपये रखने को कहा। इस घटना के बाद कौशल्या काफी भयभीत है।
बाद में वर्दीधारी व्यक्ति की पहचान वन विभाग के एक वन रक्षक के रूप में हुई। आरोपी वन रक्षक ने अपने बयान में कहा कि वह आईजीआरएस शिकायत के संबंध में जांच के लिए मौके पर गया था। उसने किसी भी महिला के साथ गलत व्यवहार या उसे जबरन गाड़ी में बैठाने के प्रयास से इनकार किया है।
पीड़िता कौशल्या ने बुधवार को ऊंचाहार कोतवाली में शिकायती पत्र देकर आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। कोतवाल अजय कुमार राय ने बताया कि मामले की तहरीर मिल गई है और जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।






