
मथुरा। श्री परशुराम महापंचायत के तत्वावधान में सेवा दास आश्रम, मसानी पर भगवान परशुराम प्राकट्योत्सव बड़े ही धूमधाम, श्रद्धा और भव्यता के साथ संपन्न हुआ। आयोजन श्री श्री 108 महंत जमुना दास जी महाराज के पावन सान्निध्य में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ विधिवत हवन, अभिषेक एवं गोष्ठी के साथ हुआ। आयोजन के संयोजक संजय पिपरोनिया एवं पंकज पंडित ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भगवान परशुराम के जीवन आदर्शों, त्याग, तपस्या एवं समाज सुधार की दिशा में उनके अतुलनीय योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला।
संजय पिपरोनिया ने अपने संबोधन में कहा कि “भगवान परशुराम केवल एक योद्धा नहीं थे, बल्कि वे ज्ञान, तप, धर्म और न्याय के प्रतीक थे। आज के समय में उनकी शिक्षाओं को आत्मसात करना अत्यंत आवश्यक है, ताकि समाज में व्याप्त अन्याय, भेदभाव और अनीति को समाप्त किया जा सके। भगवान परशुराम का जीवन हमें सिखाता है कि सत्य और धर्म के मार्ग पर अडिग रहकर कठिन से कठिन परिस्थितियों का भी सामना किया जा सकता है।”
पंकज पंडित ने अपने संबोधन में कहा कि “भगवान परशुराम ने अन्याय और अत्याचार के विरुद्ध जो संघर्ष किया, वह हम सभी के लिए प्रेरणा स्रोत है। उनका जीवन संदेश देता है कि धर्म की रक्षा के लिए जब भी आवश्यकता हो, हमें निर्भीक होकर आगे आना चाहिए। आज के युग में उनकी शिक्षाओं का अनुसरण कर ही हम समाज में समरसता, न्याय और शांति स्थापित कर सकते हैं।”
दोनों वक्ताओं ने युवाओं से आह्वान किया कि वे भगवान परशुराम के आदर्शों को जीवन में अपनाकर राष्ट्र और समाज के उत्थान में अपनी भूमिका निभाएं।
इस भव्य आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं एवं गणमान्य व्यक्तियों ने सहभागिता की। प्रमुख रूप से उपस्थित लोगों में अनिल शर्मा देवेंद्र गुड्डू, गौतम श्याम सुंदर उपाध्याय, मनोज शर्मा, अमित भारद्वाज, विनोद गौड़, पूरन कौशिक, श्याम शर्मा, अर्जुन पंडित, राजीव राज पाठक, विनोद भारद्वाज, राजू पिपरौनिया, बंसीलाल शर्मा, यतेंद्र मुकदम, ई. राजकुमार शर्मा, नीरज वशिष्ठ, शशांक पाठक, नरेश शर्मा, बनवारीलाल शर्मा, गोपालाचार्य रसिक, जमुना शर्मा, अखिलेश मिश्रा, नितिन कौशिक, अवधेश उपाध्याय, बी.एस. शर्मा, बिषबान गोस्वामी, राजेंद्र दीक्षित, ओम बिहारी उपाध्याय, मुनमुन गोस्वामी आदि शामिल रहे।