दमदार लेखन के साथ रश्मि ममगाईं अब यहां भी….

ये चाँद और ये तारे कहाँ समझते हैं,जवां दिलों के इशारे कहाँ समझते हैं। ये दोस्ती तो अमानत है ज़िन्दगी भर की,भला ये यार हमारे कहाँ समझते हैं। किसी तलाश…