आप रुठे हो माज़रा क्या है

रश्मि ममगाईं आप रुठे हो माज़रा क्या है,कुछ कहो तो भला हुआ क्या है। मेरा जीवन मेरी हर इक धड़कन,सब है तेरा बता मेरा क्या है। ज़िन्दगी के सबक पढ़े…

दमदार लेखन के साथ रश्मि ममगाईं अब यहां भी….

ये चाँद और ये तारे कहाँ समझते हैं,जवां दिलों के इशारे कहाँ समझते हैं। ये दोस्ती तो अमानत है ज़िन्दगी भर की,भला ये यार हमारे कहाँ समझते हैं। किसी तलाश…